उत्तराखंड हिमालय का वह भूभाग है जो भगवान् शिव का प्रिय भू भाग है।उत्तराखंड में भगवान् शिव के कई प्रिय स्थल हैं कहते है जहाँ निवास करना या वहां से विचरण करना भगवान् भोलेनाथ को बहुत पसंद है। और शिव का ही प्रेम है जो यहाँ के निवासियों को भक्ति भावना से सरोबर रखता है। आज इस पोस्ट में भगवान् शिव को समर्पित गढ़वाली शिव भजन लिरिक्स ( Garhwali shiv bhajan lyrics ) का संकलन करने जा रहे हैं। यदि आपको यह भजन आपको अच्छा लगे तो इसे शेयर अवश्य करें।
भजन लिरिक्स , ” नाची गेना भोले बाबा –
अरे भल बजणु चा डमरू ऊँचा कैलाश मा।
अरे छम छमा नचंण लैगे, अरे शिव कैलाश मा।
नाची गेना , अहा नाची गेना , अरे नाची गेना
,म्यरा भोले बाबाजी नाची गेना। -2
बाजी गेना , अहा बाजी गेना ,
डम -डमरू बाजी गेना …..2
अरे नाची गेना ,हा नाची गेना ,
म्यरा भोले बाबाजी नाची गेना।
जय हो बम बम भोले नाथ।
अरे नाची गेना मेरा भोले बाबा –2
एक हाथ तिरशूल तेरु,एक हाथ डमरु -2
आंखी तेरी लाल हुएनी पेय्के भंगुलु –2
अरे नाची गैना, अहाँ नाची गेना।
भोला पेय्के भंगुलु नाची गैना।
बाजी गेना , अहा बाजी गेना ,
डम -डमरू बाजी गेना।
अरे मानी गेना , भोले बाबा।
अरे नाची गेना म्यरा नीलकंठ त्रिपुरारी नाची गेना।
कैलाश मा रोंदा शम्भू गौरा जी का संग -2
गणपति जी लाल तेरा तन रैंदु उलंग।
अरे नाची गेना , अहा नाची गेना।
सभी देवता भी संग त्यारा नाची गेना।
बाजी गेना , अहा बाजी गेना ,
डम -डमरू बाजी गेना।
जय हो नीलकंठ महादेव।
जय हो जाता जूट धारी बाबा।
गौल माँ गुरों की बाघम्बर धारी। -2
जटा माँ च तेरी नंदी सवारी। -2
अरे ऐगेना , अहा एगेना ,
भोला नंदी में बैठी आइगेना।
बाजी गेना , अहा बाजी गेना ,
डम -डमरू बाजी गेना।
गढ़वाली शिव भजन लिरिक्स , ” नाची गेना भोले बाबा गीत के बारे में –
गढ़वाली भजन का नाम नाची गेना भोले बाबा इस गढ़वाली भजन के अल्बम का नाम है लडबडी बांद।
इस गीत के गायक और लेखक सुनील स्नेहवाल हैं। संजय कुमोला जी ने इस पहाड़ी भजन को अपने सुरों से सजाया है।
यह गीत हार्दिक फिल्म और एंटरटेनमेंट के यूट्यूब चैनल से उपलोड हुवा है।
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