आज से पहले आज से ज़्यादा | Aaj Se Pehle Aaj Se Jyada
आज से पहले आज से ज़्यादा ख़ुशी आज तक नहीं मिली इतनी सुहानी ऐसी मिठी – २ घड़ी आज तक नहीं मिली आज से पहले … इस को संजोग कहें या क़िस्मत का लेखा हुम जो अचानक मिले हैं मन चाहे साथी पाके हम सब के चेहरे देखो तो कैसे… Read More »आज से पहले आज से ज़्यादा | Aaj Se Pehle Aaj Se Jyada